
आशुतोष ठाकुर, रायपुर. छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार, इस अभियान के तहत राज्य के सभी जिलों में मतदाता सूचियों का अद्यतन और सत्यापन किया जाएगा। इसी सिलसिले में आज रायपुर स्थित मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में सीईओ यशवंत कुमार की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में राज्य के सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बैठक का उद्देश्य आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र मतदाता सूची को और अधिक सटीक, पारदर्शी और त्रुटिरहित बनाना था।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी यशवंत कुमार ने बताया कि बूथ स्तरीय अधिकारी यानी बीएलओ (BLO) घर-घर जाकर पात्र मतदाताओं के नाम सूची में जोड़ने और मृत या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटाने का कार्य करेंगे। साथ ही उन्होंने राजनीतिक दलों से अपील की कि वे अपने बूथ स्तरीय एजेंटों (BLA) के माध्यम से इस अभियान में सहयोग दें। बैठक में कांग्रेस, भाजपा, बसपा, आम आदमी पार्टी, सीपीआई (एम) और नेशनल पीपुल्स पार्टी जैसे प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
SIR के प्रमुख चरण:
28 अक्टूबर से 3 नवंबर तक प्रशिक्षण और मुद्रण कार्य
4 नवंबर से 4 दिसंबर तक घर-घर गणना और सत्यापन कार्य
9 दिसंबर को मसौदा मतदाता सूची का प्रकाशन
9 दिसंबर से 8 जनवरी तक दावे और आपत्तियाँ
7 फरवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि निर्वाचन आयोग का लक्ष्य है कोई भी पात्र नागरिक छूटे नहीं, और कोई भी अपात्र व्यक्ति सूची में शामिल न हो। इस अवसर पर मीडिया से बातचीत के दौरान सीईओ यशवंत कुमार ने कहा कि पारदर्शी मतदाता सूची एक मज़बूत लोकतंत्र की आधारशिला है, और इसमें सभी नागरिकों की सहभागिता आवश्यक है।




